Header advertisement

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) 2025 का 44वाँ संस्करण आरम्भ।

​ इसकी मुख्य प्रेरणा प्रधानमंत्री का "विकसित भारत @ 2047" का सपना है, मेले का थीम "एक भारत श्रेष्ठ भारत" (एक भारत, महान भारत) रखा गया है।

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) 2025 का 44वाँ संस्करण आरम्भ ।

एस. ज़ेड. मलिक

भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) 2025 का 44वाँ संस्करण शुरू हो गया है। यह मेला यह दिखाता है कि भारत कैसे एक बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की ओर बढ़ रहा है—एक ‘आकांक्षी भारत’।

​इसकी मुख्य प्रेरणा प्रधानमंत्री का “विकसित भारत @ 2047” का सपना है, जिसका मतलब है 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाना। मेले का थीम “एक भारत श्रेष्ठ भारत” (एक भारत, महान भारत) रखा गया है।

​यह आयोजन दुनिया को एक ऐसा भारत दिखाता है जो आत्मविश्वास से भरा है, टेक्नोलॉजी में आगे है और आर्थिक रूप से मजबूत है।

​केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री, श्री जितिन प्रसाद ने आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में इस रंगारंग मेले का उद्घाटन किया। तथा अपने वक्तव्यों में उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री के विकसित भारत का सपना 2047 के तहत “एक भारत श्रेष्ट भारत” के स्लोगन के साथ भारत को ‘आत्मनिर्भर” बनाना है।

सम्बन्धित खबर के लिये नीचे दिए गये लिंक पर क्लिक करें। 👉http://www.mpnn.in

 उन्हों ने आगे कहा – इस बार मेला पहले से भी ज़्यादा बड़ा और शानदार बना है, इसके लिए उन्होंने आईटीपीओ की सराहना सराहना करते हुए आईटीपीओ के आला अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने खुशी जताते हुये कहा कि लगभग 10 साल बाद इस मेले में रक्षा से जुड़े विभागों ने भी हिस्सा लिया है। मंत्री ने बताया कि यह मेला बड़ी तेज़ी से बढ़ती  अर्थव्यवस्था और विभिन्न क्षेत्रों में हो रही जीडीपी वृद्धि को दर्शाता है, जो देश में विकास और नौकरी के अवसर बढ़ा रहा है।

उन्होंने बताया कि भारत अब कई देशों के साथ व्यापार को बेहतर करने के लिए मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) कर रहा है। राजनीतिक स्थिरता और सुरक्षित निवेश माहौल की वजह से पूरी दुनिया भारत की विकास यात्रा को गंभीरता से देख रही है। मंत्री ने उम्मीद जताई कि जल्द ही भारत दुनिया की “स्किल कैपिटल” यानी कौशल का केंद्र बन जाएगा।

उन्होंने प्रधानमंत्री के कार्यों की प्रशंसा करते हुऐ कहा कि प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में, भारत नवाचार, लचीलेपन और विकास के पर्याय के रूप में एक वैश्विक ब्रांड के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि विश्व मंच पर भारत का बढ़ता कद देश के मज़बूत आर्थिक बुनियादी ढाँचे, सुदृढ़ नीतिगत ढाँचे और बढ़ती वैश्विक साझेदारियों का प्रमाण है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि इस परिवर्तन ने भारत को व्यापार, निवेश और अवसरों के एक विश्वसनीय केंद्र के रूप में स्थापित किया है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक प्रेरक शक्ति के रूप में इसकी भूमिका और मज़बूत हुई है।

आईटीपीओ के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री नितिन कुमार यादव ने अपने स्वागत भाषण में मेले की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह मेला व्यावसायिक सहयोग, प्रौद्योगिकी आदान-प्रदान और निवेश साझेदारी के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में उभरा है। देश-विदेश से 3500 से अधिक प्रतिभागियों को आकर्षित करते हुए, इस मेले में बिहार, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश सहित 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को “भागीदार राज्य” और झारखंड को “फोकस राज्य” के रूप में शामिल किया गया है। चीन, थाईलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, मलेशिया, स्वीडन, तुर्की, ईरान, दक्षिण कोरिया, मिस्र, लेबनान, ट्यूनीशिया गणराज्य और तिब्बती चैंबर ऑफ कॉमर्स सहित 11 देशों ने अंतर्राष्ट्रीय मंडप में भाग लिया है।

समारोह के आयोजक आईटीपीओ के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री नितिन कुमार यादव ने अपने स्वागत भाषण में मेले की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह मेला व्यावसायिक सहयोग, प्रौद्योगिकी आदान-प्रदान और निवेश साझेदारी के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में उभरा है। देश-विदेश से 3500 से अधिक प्रतिभागियों को आकर्षित करते हुए, इस मेले में बिहार, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश सहित 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को “भागीदार राज्य” और झारखंड को “फोकस राज्य” के रूप में शामिल किया गया है। चीन, थाईलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, मलेशिया, स्वीडन, तुर्की, ईरान, दक्षिण कोरिया, मिस्र, लेबनान, ट्यूनीशिया गणराज्य और तिब्बती चैंबर ऑफ कॉमर्स सहित 11 देशों ने अंतर्राष्ट्रीय मंडप में भाग लिया है।

इस वर्ष मेले में सरकारी विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों, स्टार्ट-अप्स और विदेशी प्रदर्शकों की व्यापक भागीदारी रही है, जो व्यापार, प्रौद्योगिकी और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के एक वैश्विक मिलन स्थल के रूप में आईआईटीएफ की बढ़ती भूमिका को रेखांकित करता है। सामाजिक-आर्थिक मोर्चे पर भी, सारस, जूट निर्माण विकास परिषद, लघु एवं मध्यम उद्यम, हथकरघा, हस्तशिल्प, कॉयर बोर्ड, खादी एवं ग्रामोद्योग आदि के प्रतिभागियों ने पारंपरिक क्षेत्रों की उपलब्धियों को उचित परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत किया ताकि उनकी वैश्विक अपील और प्रतिष्ठा को सुदृढ़ किया जा सके।

इस अवसर पर आईटीपीओ के अध्यक्ष श्री नितिन कुमार यादव, आईटीपीओ के प्रबंध निदेशक डॉ. नीरज खारवाल, आईटीपीओ के कार्यकारी निदेशक श्री प्रेमजीत लाल, राजस्थान सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रमुख सचिव श्री आलोक गुप्ता, बिहार के रेजिडेंट कमिश्नर श्री कुंदन कुमार, झारखंड के रेजिडेंट कमिश्नर एवं सचिव श्री अरव राजकमल, अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, देश-विदेश से आए प्रतिभागी, प्रतिनिधि और मीडियाकर्मी उपस्थित थे।

अंत मे आईटीपीओ के प्रबंध निदेशक डॉ. नीरज खारवाल ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

और भी सम्बन्धित खबरों के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें 👇👇👇👇http://www.ainaindianews.com

No Comments:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

sidebar advertisement

National News

Politics