नही रहे अमीरी रेखा खींचने वाले – लेखक रोशन लाल अग्रवाल, बड़े गौर से पढ़ रहा था ज़माना – तुम्ही सो गए दास्तान लिखते लिखते।।तुम्हारे जीतेजी खौफ में जीते रहे वे लोग। जो पूंजीवाद के सत्ता पर बैठे ऐश करते हैं। उन्हीं में से कोई तुमको कभी पागल समझता था, उन्ही में से कभी कोई […]