एस. ज़ेड. मलिक इनदिनों हिंदुस्तान में उर्दू पर काफी चर्चा हो रही है, यहां तक कि अब लोकतंत्र के मंदिर में भी प्रमुखता से चर्चा होने लगी है, और जब लोकतंत्र के मंदिर जैसी जगहों पर किसी विषय वस्तु पर होने लगे, तो समझलो की वह वस्तु सत्तारूढ़ सरकार के लिये वोट बैंक बनने का […]